सोमवार, 13 नवंबर 2017

ये इंसानियत की आत्महत्या है

ये लड़की की नहीं इंसानियत की आत्महत्या है
मुरादाबाद:
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर युवती के आत्महत्या करने का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो दिखाने से ज्यादा बहुत कुछ कह जाती है। यह बताती है कि हमारे अंदर इंसानियत मर चुकी है। किसी के मरने और जीने से हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इंसानों के मरने वाले दृश्य अब मनोरंजन का साधन बन गए हैं। मौत उस जमाने में खेल हुआ करती थी जब पृथ्वी पर बर्बरता का राज हुआ करता था। तब मनुष्यों की मौत को अलग-अलग और रोमांचक तरीके से प्रस्तुत कर बर्बर राजा अपना मनोरंजन करते थे। खुदकशी करने आई युवती की वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डालना, उफ... यह शब्द उस युवती के ऊपर से ट्रेन गुजरने पर नहीं बल्कि वीडियो में नजर आ रही परछाईयों के पत्थर दिल होने पर निकलता है। उसे बचाने के बजाय वह वीडियो बनाने लग जाते हैं कैसा कठोर दिल होगा इन लोगों का। सच्चाई यह है कि यह खुदकशी उस युवती की नहीं बल्कि इंसानियत की थी। 
तरुण पाराशर